बहराइच डेस्क। उत्तर प्रदेश के बहराइच शहर के काजीपुरा में मंगलवार को भाजपा विधायक सुरेश्वर सिंह ने एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया, जिसमें उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव द्वारा भाजपा पर लगाए गए दंगा करने के आरोपों का खंडन किया। विधायक ने कहा कि उन्होंने 18 अक्टूबर को एक मामला दर्ज कराया था, जिसके बाद उन्हें जानकारी मिली कि अर्पित श्रीवास्तव भाजपा के पदाधिकारी हैं।
महसी विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक सुरेश्वर सिंह ने कोतवाली नगर में भाजपा युवा मोर्चा के नगर अध्यक्ष प्रथम सहित कुल आठ लोगों के खिलाफ बलवा फैलाने और अन्य धाराओं में कार्रवाई की मांग की है। इस प्रेस वार्ता के दौरान विधायक ने स्पष्ट किया कि उपचुनाव में जीत हासिल करने के लिए अखिलेश यादव ने जानबूझकर भाजपा पर दंगा कराने का आरोप लगाया है।
सुरेश्वर सिंह ने कहा, “इस मामले में सभी नामजद लोगों का सीसीटीवी फुटेज पुलिस द्वारा देखा जाएगा। विवेचना के बाद जो लोग दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।” विधायक ने बताया कि जिला अस्पताल में कुछ लोग नशे की हालत में थे और एंबुलेंस के साथ मर्च्यूरी में तोड़फोड़ की।
प्रेस वार्ता के दौरान एक सवाल का जवाब देते हुए विधायक ने कहा कि केवल दोषियों को ही पकड़ा जाएगा और पुलिस विवेचना के दौरान किसी भी निर्दोष को परेशान नहीं करेगी। उन्होंने यह भी बताया कि 13 अक्टूबर को जिले के डीएम मोनिका रानी और डीआईजी अमरेंद्र प्रताप सिंह की मौजूदगी में उनके बेटे अखंड प्रताप सिंह के वाहन को ररोकने की कोशिश की गई और इस दौरान की गई फायरिंग से विधायक की गाड़ी का शीशा टूट गया।