बहराइच डेस्क। उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में वन्यजीवों द्वारा इंसानों पर हो रहे हमले थमने का नाम नहीं ले रहे है। गुरुवार को कतर्नियाघाट वन क्षेत्र के निकटवर्ती गांवों में तेंदुए ने एक किसान और 13 वर्षीय बालिका पर हमला कर दिया। हमले में बालिका गंभीर रूप से घायल हो गई और उसे जिला अस्पताल से लखनऊ रेफर किया गया है। जख्मी किसान का जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है।
पिछले दो महीनों से बहराइच के महसी इलाके में भेड़ियों के हमले से लोग परेशान थे, और अब कतर्नियाघाट वन क्षेत्र के समीपवर्ती गांवों में तेंदुए के हमले ने नई चिंता पैदा कर दी है। गुरूवार देर शाम को धर्मापुर रेंज के हरखापुर गांव में तेंदुए ने खेत में काम कर रहे मधुसूदन (35) पर अचानक हमला कर दिया। किसान ने संघर्ष करके किसी तरह अपनी जान बचाई, लेकिन तबतक वह काफी घायल हो चुका था। परिजन उसे तुरंत सीएचसी ले गए, लेकिन हालत गंभीर होने पर उसे मेडिकल कॉलेज बहराइच रेफर किया गया।
इसी तरह, सुजौली थाना क्षेत्र के अयोध्यापुरवा गांव निवासी सायबा (13) पुत्री वसीम खान गुरुवार रात घर के बाहर सो रही थी। रात करीब 10 बजे जंगल से निकलकर आए तेंदुए ने उस पर हमला कर दिया। बालिका के चीखने पर परिवार के लोग जाग गए और हांका लगाने लगे। उसे सीएचसी मोतीपुर लाया गया, लेकिन हालत गंभीर होने पर उसे जिला अस्पताल रेफर किया गया। देर रात जब उसकी हालत में सुधार नहीं हुआ, तो उसे लखनऊ मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया। वन्य जीवों के बढ़ते आतंक से ग्रामीणों में भय का माहौल है।
डीएफओ बी.शिव शंकर ने घटना के बारे में बताया कि तेंदुए ने अलग-अलग गांवों में हमला किया है। इस घटना में एक बालिका समेत दो लोग घायल हुए हैं। तेंदुए ने पहले एक गांव में हमला किया, जहां एक युवक मधुसूदन को चोट आई। इसके बाद यह तेंदुआ दूसरे गांव की ओर बढ़ा और वहां एक बालिका पर हमला कर दिया। दोनों घायलों को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है। डीएफओ ने बताया कि वन विभाग ने टीम गठित करके इलाके में गश्त बढ़ा दी गई है। उन्होंने गांव वालों से अपील की है कि वे सतर्क रहें और अकेले बाहर न जाएं।