महिलाओं की हालत स्थिर, जिला अस्पताल में चल रहा इलाज
बहराइच डेस्क। बहराइच जिले के महसी क्षेत्र के ग्रामीणों में आदमखोर भेड़ियों का आतंक बढ़ता जा रहा है। पांचवें भेड़िओं के पकड़े जाने के बाद अब बचा हुआ आदमखोर भेडिया और भी अधिक आक्रामक हो गया है। गुरुवार की रात में भेड़ियों ने महसी इलाके के दो गांवों की महिलाओं को अपना निशाना बनाया, जिन्हें जिला अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती किया गया है। इस घटाना से स्थानीय निवासियों में भय और चिंता फैल गई है।
महसी के सिंहिया नसीरपुर की 28 वर्षीय गुड़िया और नसरपुर की 50 वर्षीय मुकीमा रात को आदमखोर भेड़ियों के हमले का शिकार हुईं। गुड़िया अपने घर में सो रही थी, तभी भेड़िये ने उस पर हमला किया, लेकिन उसके परिवार के सदस्यों के शोर मचाने पर वह भाग गया। दूसरी ओर, मुकीमा पर भेड़िये ने तब हमला किया, जब वह शौचालय का उपयोग करने के लिए अपने घर के बाहर गई थी। दोनों महिलाओं की हालत स्थिर है और उनका बहराइच जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है।
बता दें कि वन विभाग ने अभी इस बात की पुष्टि नहीं की है कि रात में हुए ये हमले वास्तव में भेड़िए या किसी अन्य जानवर द्वारा किए गए थे। स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है और वे डर के साये में जीने को मजबूर हैं।
एक स्थानीय निवासी ने कहा, “वन विभाग भेडिया की घटनाओं को लेकर चिंतित तो है उसे पड़ने की तमाम कोशिश भी कर रहा है, लेकिन दूसरी और प्रतिदिन की हो रहे भेदिए के हमले से हम अपने परिवार के सदस्यों की सुरक्षा को लेकर बहुत चिंतित हैं।”
इस बढ़ती स्थिति के जवाब में वन विभाग परिस्थितियों का आकलन कर रहा है और जल्द ही स्थिति पर स्पष्टता प्रदान करेगा। आधुनिक तकनीक तो सब देख चुके अब यह देखना बाकी है कि प्रशासन और वन विभाग का इस मुद्दे को प्रभावी ढंग से हल करने के लिए अगला कदम किस तरह का होता है।
चूंकि जिला आदमखोर भेड़ियों की बढ़ती घटनाओं से जूझ रहा है, इसलिए निवासियों की सुरक्षा और इन शिकारियों द्वारा उत्पन्न खतरों को कम करने के लिए तत्काल कार्रवाई और समन्वित प्रयास आवश्यक हैं। नागरिक इस गंभीर मुद्दे को हल करने के लिए अधिकारियों से त्वरित और प्रभावी समाधान की प्रतीक्षा कर रहे हैं।