बहराइच डेस्क। उत्तर प्रदेश के तहसील महसी क्षेत्र में आदमखोर भेड़ियों को पकड़ने का अभियान तेज कर दिया गया है, लेकिन इस जंगली जानवर के हमले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं और आदमखोर भेड़िये का आतंक जारी है। देर रात आदमखोर भेड़िये ने बहराइच मुख्यालय के नजदीकी यादवपुर गांव में 10 वर्षीय संगम लाल को अपना निशाना बनाया। लेकिन गनीमत रही कि उसके और उसके परिजनों के शोर मचाने पर उसकी जान बच गई और वह गंभीर रूप से घायल नहीं हुआ। बीती रात करीब 8 बजे यादवपुर क्षेत्र के गोलवा मजरा में भेड़िये ने उस समय हमला कर दिया जब बच्चा अपनी बहन के साथ घर से बाहर गया था। गनीमत रही कि लोग जाग रहे थे और बच्चा 10 साल का होने के कारण उसका वजन इतना ज्यादा था कि जंगली जानवर उसे उठाकर भाग नहीं सका। इस कारण बच्चे की जान बच गई। आदमखोर भेड़िया हर दिन नए इलाके तलाश कर लोगों पर हमला कर रहा है अब इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि शहर के आस-पास भी हमले बढ़ सकते हैं। अच्छी बात यह है कि भेड़िये के हमले का शिकार हुए संगम लाल खतरे से बाहर हैं। उनका मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा है।
इस हमले के बाद सरकारी आंकड़ों के अनुसार घायलों की संख्या 35 तक पहुंच गई है, लेकिन ग्रामीणों की मानें तो यह संख्या पचास से अधिक है, क्योंकि कुछ घायलों का अलग-अलग स्थानों पर इलाज चल रहा है। बहराइच वन प्रभाग की महसी तहसील के अंतर्गत 25-30 गांवों में हाल ही में हुए भेड़ियों के हमलों को देखते हुए वरिष्ठ अधिकारियों ने नियंत्रण और शमन उपायों को तेज कर दिया है। दिन-रात सेक्टरवार गश्त की जा रही है और सेक्टर प्रभारियों को आक्रामक भेड़ियों से बचने के लिए रणनीति तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं।