
दिनेश चंद
बहराइच डेस्क। उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के सुजौली रेंज के भैंसाही गांव में एक तेंदुए द्वारा एक चार वर्षीय बालक की tragically मृत्यु होने के बाद, वन विभाग ने तत्काल कार्रवाई करते हुए पिंजरा लगाने का निर्णय लिया था। शनिवार को पिंजरा लगाने के केवल एक दिन बाद, रविवार की शाम वन विभाग को तेंदुआ पकड़ने में सफलता प्राप्त हुई।
घटना के अनुसार, शुक्रवार को तेंदुआ विक्की पुत्र विशाल (4 वर्ष) को उसके घर से उठाकर गेहूं के खेत में ले गया था। बच्चे के लापता होने की सूचना मिलने के बाद, ग्रामीणों ने काफी प्रयासों के बाद उसकी शव को गेहूं के खेत में खोज निकाला। विक्की की दुखद मृत्यु ने क्षेत्र में भय का माहौल बना दिया, जिसके बाद स्थानीय प्रधान राजेश गुप्ता और ग्रामीणों ने सुरक्षा के लिए वन विभाग से सहायता मांगी।
वन विभाग ने तेंदुए को पकड़ने के लिए गांव में बगिया के पास एक पिंजरा लगाया, जिसमें बकरी को भी भोजन के रूप में रखा गया। पहले दिन तेंदुआ पिंजरे में नहीं आया, लेकिन अगले दिन, रविवार की शाम, पिंजरा के अंदर बकरी के मुँह में आने के कारण तेंदुआ उसमें फंस गया। मौके पर मौजूद वनकर्मियों ने त्वरित कार्रवाई करते हुए रेंज कार्यालय को सूचित किया। सूचना मिलने पर ग्रामीणों की भीड़ मौके पर इकट्ठा हो गई।
वन विभाग की टीम और सुजौली पुलिस ने मिलकर तेंदुए को ट्रैक्टर पर लादकर सुरक्षित रूप से कतर्नियाघाट ले जाया गया। वहां तेंदुए का स्वास्थ्य परीक्षण किया जाएगा और फिर उच्चाधिकारियों के निर्देश पर इसे जंगल में छोड़ दिया जाएगा।
यह घटना न केवल स्थानीय निवासियों के लिए भयावह रही, बल्कि यह वन विभाग की त्वरित कार्रवाई और समर्पण को भी दर्शाती है, जिसने ग्रामीणों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
