
बहराइच डेस्क। उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में कैसरगंज तहसील अंतर्गत सराय जगना ग्राम के वजीरगंज बाजार में 25 सितंबर को कोर्ट के आदेश पर गिराए गए 23 मकानों के मामले में शनिवार को समाजवादी पार्टी (सपा) का एक प्रतिनिधि मंडल मौके पर पहुँचा। इस दौरान सपा नेताओं ने कार्रवाई पर सवाल उठाए और पीड़ित परिवारों से मिलकर उन्हें ढांढस बंधाया।
फखरपुर विकास खंड के ग्राम पंचायत सराय जगना के वजीरगंज बाजार में कोर्ट के आदेश पर मकान गिराए जाने के बाद से राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। कांग्रेस के बाद अब समाजवादी पार्टी का प्रतिनिधि मंडल भी पीड़ितों के साथ खड़ा होने पहुंचा है। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर पूर्व मंत्री यासर शाह और सपा जिलाध्यक्ष राम हर्ष यादव की अगुवाई में आए प्रतिनिधिमंडल ने पीड़ित परिवारों से मुलाकात की।
यासर शाह ने कहा कि समाजवादी पार्टी पीड़ितों के साथ हर संभव मदद के लिए खड़ी है और कानूनी लड़ाई लड़ेगी। पत्रकारों से बातचीत में यासर शाह ने सवाल उठाया कि यदि यह कार्रवाई कोर्ट के आदेश पर की गई है, तो सरकार को पीड़ितों को आवास उपलब्ध कराना चाहिए। उन्होंने कहा कि लोग खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर हैं और यह सरकार की जिम्मेदारी है कि वह उन्हें आवास और भोजन की सुविधा प्रदान करे। यासर शाह ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह इतनी “बेलगाम” हो चुकी है कि गरीबों की तकलीफें अब उनके कानों तक नहीं पहुँचती। इस मामले ने क्षेत्र में राजनीति को और गरमा दिया है, और आगे की कार्रवाई पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं।
इस दौरान समाजवादी पार्टी के पूर्व लोकसभा प्रत्याशी रमेश गौतम, फारुख अली, पूर्व विधायक मुकेश श्रीवास्तव, केके ओझा, फारुख अली, अफशाल शानू सहित कई अन्य पार्टी पदाधिकारी और कार्यकर्ता भी मौजूद रहे।
