बहराइच डेस्क। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री, योगी आदित्यनाथ ने रविवार को बहराइच जिले के महसी तहसील के चुरामणि ग्राम में भेड़ियों के हमलों से प्रभावित परिवारों से मुलाकात की। मुख्यमंत्री का यह दौरा विशेष रूप से महत्वपूर्ण था, क्योंकि पिछले दो महीनों में भेड़ियों के आतंक के कारण जनहानि हुई और कई लोग घायल हुए थे। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर पीड़ितों से सांत्वना देने के साथ ही, उनकी समस्याओं को सुनने का कार्य भी किया।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि इस क्षेत्र में भेड़ियों के हमले की घटनाएँ बढ़ी हैं, जिसमें भेड़िये ने ज्यातातर बच्चों और महिलाओं को निशाना बनाया है। उन्होंने इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए राज्य सरकार द्वारा एक अभियान चलाने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस अभियान के तहत वन विभाग ने 165 वनकर्मियों को तैनात किया है, जिनका उद्देश्य भेड़ियों को पकड़ना है। यदि ये भेड़िए पकड़ में नहीं आते हैं, तो उन्हें गोली मारने का आदेश भी दिया गया है।
मुख्यमंत्री ने पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि प्रत्येक परिवार को पांच लाख रुपये की मदद दी जाएगी। इसके अलावा, घायलों को एंटी रेबीज इंजेक्शन का भी प्रावधान किया गया है। उन्होंने आवास की कमी या सुरक्षा की समस्या वाले परिवारों के लिए भी विशेष योजनाओं का आश्वासन दिया।
इस दौरान, मुख्यमंत्री ने एक बच्चे को चॉकलेट देकर उसके चेहरे पर मुस्कान लाने की कोशिश की। ऐसा करके उन्होंने संकेत दिया है कि सरकार सिर्फ वित्तीय सहायता तक सीमित नहीं रहना चाहती, बल्कि भावनात्मक समर्थन और सामाजिक स्थिरता को भी प्राथमिकता दी जा रही है। यह समझा जा सकता है कि मुख्यमंत्री का उद्देश्य केवल समस्या का समाधान नहीं, बल्कि उसके पीछे के सामाजिक ताने-बाने को सुदृढ़ करना भी है।
योगी आदित्यनाथ ने स्थानीय प्रशासन को निर्देशित किया कि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए सुरक्षा उपायों को सख्ती से लागू किया जाए। उन्होंने लोगों को सतर्क रहने और अपनी सुरक्षा के प्रति जागरूक रहने की सलाह भी दी।
मुख्यमंत्री के इस दौरे से स्पष्ट है कि उत्तर प्रदेश सरकार भेड़िये के इस संकट को गंभीरता से लेकर, पीड़ित परिवारों की सहायता के लिए ठोस कदम उठा रही है।